हाइब्रिड वर्क से भारत में ऐसे बढ़ा हैकिंग का खतरा, क्या कहती है ये नई रिपोर्ट यहां जानें

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हाइलाइट्स

भारत समेत दुनियाभर हाइब्रिड वर्क का चलन बढ़ा है
लोग वर्क फ्रॉम होम के दौरान कई नेटवर्क यूज कर रहे हैं
कई नेटवर्क यूज करने से रिस्क बढ़ा है

नई दिल्ली. नेटवर्किंग दिग्गज Cisco की एक रिपोर्ट के मुताबिक 10 में से 9 से ज्यादा लोग (95 प्रतिशत) जवाब देने वालों ने कहा कि उनके कर्मचारी काम के लिए लॉगिन करने के लिए कई अनरजिस्टर्ड डिवाइस का यूज करते हैं. इनमें से करीब 82 प्रतिशत लोगों ने कहा कि उनके कर्मचारी दिन का 10 प्रतिशत से ज्यादा समय इन अनरजिस्टर्ड डिवाइसेज में काम करते हुए बिताते हैं.

सिस्को इंडिया और सार्क में सिक्योरिटी सेल्स के डायरेक्टर समीर कुमार मिश्रा ने एक बयान में कहा कि अब खतरा पहले से ज्यादा बढ़ गया है और ये साइबर सिक्योरिटी आर्किटेक्चर के पुनर्मूल्यांकन की मांग करता है. ताकी सुरक्षा को बेहतर किया जा सके.

कई नेटवर्क का हो रहा है इस्तेमाल
चूंकि, कर्मचारी आजकल काम के लिए घर, लोकल कॉफी शॉप और सुपरमार्केट जैसे कई नेटवर्क से काम के लिए लॉगिन करते हैं. ऐसे में 94 प्रतिशत उत्तरदाताओं का कहना है कि उनके कर्मचारी काम में लॉगिन करने के लिए कम से कम दो नेटवर्क में लॉगिन करते हैं. वहीं, 57 प्रतिशत का कहना था कि उनके कर्मचारी 5 से ज्यादा नेटवर्क का इस्तेमाल करते हैं.

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गौर करने वाली बात ये भी है कि रिपोर्ट में बताया गया है कि 80 प्रतिशत से ज्यादा उत्तरदाताओं ने ये भी कहा कि उन्होंने पिछले 12 महीनों में साइबर सिक्योरिटी संबंधी घटनाओं को एक्सपीरिएंस किया है. इनमें से टॉप तीन घटनाएं मैलवेयर, डेटा लीक और फिशिंग से संबंधित हैं.

रिपोर्ट में कहा गया है कि चूंकि सिक्योरिटी लीडर्स साइबर खतरे को मान रहे हैं. ऐसे में ये संस्थाएं अगले साल तक साइबर सिक्योरिटी के लिए 10 प्रतिशत से ज्यादा खर्च करेंगी तो वहीं 99 प्रतिशत संस्थाएं अगले 24 महीने के भीतर IT इंफ्रास्ट्रक्चर को अपग्रेड करेंगी.

Tags: Cyber Crime, Cyber security company, Hacking, Tech news

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