OMG: 35 मिनट में शतक, मैदान में नहीं देखा हाेगा ऐसा तूफान, 100 साल में ऐसा सिर्फ एक बैटर

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नई दिल्ली. क्रिकेट के मैदान पर रोज कई रिकॉर्ड बनते हैं. बैटर बड़े-बड़े छक्के भी लगा रहे हैं. लेकिन क्या सिर्फ 35 मिनट में शतक संभव है. अगर आपको लगता है, ऐसा नहीं हो सकता, तो आप गलत हैं. ऐसा हो चुका है और वो भी आज से 100 साल पहले. आइए आपको इस बारे में बताते हैं. आज भले ही टी20 और टी210 क्रिकेट में बड़े-बड़े स्कोर बन रहे हैं, लेकिन इंग्लिश आर्मीमैन पर्सी फेंडर ने 1920 में जो कारनामा किया, वह आज तक कायम है. सरे के कप्तान फेंडर ने नार्थम्प्टनशायर की ओर से खेलते हुए 35 मिनट में शतक लगाने का कारनामा किया था. यह आज भी फर्स्ट क्लास क्रिकेट का सबसे तेज शतक है. फेंडर ने फर्स्ट क्लास क्रिकेट में बेहतरीन प्रदर्शन किया. इसका सबूत ये है कि उन्होंने 19 हजार से अधिक रन बनाने के अलावा 1900 के लगभग विकेट भी झटके.

काउंटी चैंपियनशिप में 25 फरवरी 1920 को सरे और नार्थम्प्टनशायर के बीच मुकाबला शुरू हुआ. नार्थम्प्टनशायर ने पहले खेलते हुए पहली पारी में 306 रन बनाए. लेग स्पिनर और तेज गेंदबाज फेंडर ने 3 विकेट भी लिए. जवाब में सरे ने 160 रन पर 4 विकेट खो दिए थे. डकेट ने शतक लगाकर टीम को संभाला. लेकिन 26 अगस्त को दूसरे दिन एलेन पीच और पार्सी फेंडर ने सिर्फ 42 मिनट में नाबाद 171 रन की साझेदारी कर दी थी. पिच 200 रन बनाकर नाबाद रहे थे.

कितनी बॉल खेली, रिकॉर्ड नहीं
पर्सी फेंडर ने हालांकि पारी के दौरान कितनी बॉल खेली, इसका कोई रिकॉर्ड नहीं है. लेकिन यह 40 से 46 गेंद के बीच रही होगी, ऐसा अनुमान है. उन्होंने पारी में 16 चौके और 5 छक्के जड़े थे. वे 113 रन बनाकर नाबाद रहे. सरे ने पारी 110.4 ओवर में 5 विकेट पर 619 रन बनाकर घोषित कर दी. जवाब में नार्थम्प्टनशायर की टीम दूसरी पारी में 430 रन बनाकर ऑलआउट हो गई. फेंडर ने फिर 2 विकेट झटके. सरे ने 118 रन के लक्ष्य को 2 विकेट खोकर हासिल कर लिया. दूसरी पारी में फेंडर को बल्लेबाजी का मौका नहीं मिला.

5 जगह पैर हुआ फ्रैक्चर
फेंडर आर्मीमैन थे. वे रॉयल फ्लाइंग सेना का हिस्सा रहे और वर्ल्ड वॉर में भी इस हिस्सा लिया. इस दौरान वे भारत भी आए. क्रिकेट के साथ उन्हें फुटबॉल खेलने का भी शौक था. रिकॉर्ड बनाने से पहले 1918 में फुटबॉल खेलते हुए उनका बायां पैर 5 जगह से टूट गया था. इस कारण उन्हें लगभग एक साल तक खेल से दूर रहना पड़ा. 1985 में 92 साल की उम्र में उनका निधन हो गया. उन्होंने इंग्लैंड की ओर से 13 टेस्ट खेले. 2 अर्धशतक के सहारे 380 रन बनाए. 41 की औसत से 29 विकेट झटके. 90 रन देकर 5 विकेट बेस्ट प्रदर्शन रहा.

नहीं लगा सके दोहरा शतक
पर्सी फेंडर के फर्स्ट क्लास करियर की बात करें, तो उन्होंने 557 मैच खेले, लेकिन कभी दोहरा शतक नहीं लगा सके. उन्होंने 783 पारियों में 27 की औसत से 19034 रन बनाए. 21 शतक और 102 अर्धशतक जड़ा. 185 रन सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन रहा. उन्होंने 25 की औसत से 1894 विकेट भी झटके. 24 रन देकर 8 विकेट उनका बेस्ट रहा. 100 बार 5 और 16 बार 10 विकेट लेने का कारनामा भी किया.

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शास्त्री लगा चुके हैं 6 छक्के
फर्स्ट क्लास क्रिकेट की बात करें, तो सिर्फ 2 ही बल्लेबाज एक ओवर में 6 छक्के लगाने का रिकॉर्ड बना सके हैं. इससे टीम इंडिया के पूर्व दिग्गज क्रिकेटर रवि शास्त्री भी शामिल हैं. उन्होंने रणजी ट्रॉफी के एक मुकाबले में जनवरी 1985 में बॉम्बे की ओर से खेलते हुए बड़ौदा के खिलाफ ऐसा किया था. गेंदबाज बाएं हाथ के स्पिनर तिलक राज थे. शास्त्री से पहले 1968 में वेस्टइंडीज के दिग्गज खिलाड़ी गैरी सोबर्स ने काउंटी चैंपियनशिप में एक ओवर में 6 छक्के लगाए थे.

Tags: County cricket, England, Ranji Trophy, Ravi shastri, Surrey

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